देशभर में दशहरा उत्सव खत्म हो चुका है लेकिन कुल्लू में आज से दशहरा उत्सव की शुरुआत हुई है. देवी देवता भगवान रघुनाथ से मिलने पहुंचे तो पूरा कुल्लू शहर ढोल नगाड़ों से गूंज उठा कुल्लू में दशहरे की 500 साल पुरानी परंपरा है. 300 देवी-देवता भगवान रघुनाथ से मिलने पहुंचे हैं.