इस वर्ष विदेशी सांस्कृतिक दलों को आमंत्रित नहीं किया गया, स्थानीय कलाकारों की प्रस्तुतियों पर ही जोर रहेगा. कुल्लू कार्निवाल में कुल्लू की संस्कृति के साथ आपदा प्रबंधन और सुरक्षित निर्माण पर विशेष प्रस्तुति दी जाएगी. उत्सव के दौरान सुरक्षा व्यवस्था के लिए पुलिस जवान तैनात रहेंगे, पार्किंग रेट निर्धारित रहेगा.