सत्यपाल मलिक ने कहा कि किसी के पास बहुमत नहीं था न तो महबूबा मुफ्ती के पास कोई लिस्ट थी और न ही सज्जाद लोन के पास मैंने बगैर दिल्ली से पूछे कश्मीर की जनता का पिंड छुड़ा दिया