गौरांग दास, जिनका असली नाम एएसके आनंद है, आईआईटी बॉम्बे के पूर्व छात्र और इस्कॉन से जुड़े आध्यात्मिक गुरु हैं. उन्होंने भगवद गीता को मानसिक स्वास्थ्य और तनाव प्रबंधन के लिए महत्वपूर्ण बताया है, जो शरीर और मन को नियंत्रित करता है. गौरांग दास का मानना है कि दिमाग हार्ड डिस्क की तरह है, जिस पर तनाव और अवसाद वायरस की तरह हमला कर सकते हैं.