मध्य प्रदेश के रामपुर बघेलान के अकौना गांव में सरकारी कागजों पर पक्का मकान दर्ज है, जबकि वास्तविकता में लोग झोपड़ी में रहते हैं. कई गरीब परिवारों के नाम सूची से हटाए गए या अपात्र घोषित किए गए, जिससे उन्हें घर मिलने का अवसर नहीं मिला. सतना जिले में प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत स्वीकृत आवासों में से केवल कुछ ही पूर्ण हुए, कई किस्तें लंबित हैं.