भारतीय नौसेना को कोच्चि शिपयार्ड द्वारा पहली एंटी-सबमरीन वारफेयर शैलो वाटर क्राफ्ट माहे सौंपा गया है माहे पोत पूरी तरह स्वदेशी डिजाइन और निर्माण का उदाहरण है जो नौसैनिक आत्मनिर्भरता को दर्शाता है यह पोत पनडुब्बी युद्ध के क्षेत्र में भारतीय नौसेना की ताकत को कई गुना बढ़ाने में सक्षम है