भारत का वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल ने कहा कि ट्रेड एग्रीमेंट तभी मानेंगे जब वह देश के हित में होगा. अमेरिका के साथ व्यापार वार्ता वाशिंगटन में पांचवें दौर की पूरी हुई जिसमें दोनों पक्ष सक्रिय रूप से शामिल रहे. भारत की प्राथमिकता घरेलू उद्योग को मजबूत करना है ताकि आयात की भरपाई उच्च गुणवत्ता वाले उत्पादन से हो सके.