इस इंजन का इस्तेमाल मालवाहक ट्रेनों में अगले साल से किया जाएगा. इससे इन ट्रेनों की मौजूदा गति दोगुनी हो जाएगी. इन्हें मधेपुरा स्थित कारखाने में एसेंबल करने के लिए भेजा जाएगा.