18 नवंबर 1962 को रेजांग ला में मेजर शैतान सिंह की अगुवाई में भारतीय जवानों ने चीनी सैनिकों को धूल चटाई. मेजर शैतान सिंह ने गंभीर रूप से घायल होने के बाद भी सैनिकों का हौसला बढ़ाते हुए आखिरी सांस तक युद्ध जारी रखा. 120 भारतीय सैनिकों ने लगभग 2000 चीनी सैनिकों के खिलाफ लड़ाई लड़ी और 1300 से अधिक दुश्मनों को मार गिराया.