उत्तराखंड के धराली में बादल फटने से हुई तबाही को एक सप्ताह पूरा होने वाला है, नुकसान व्यापक है. धराली के सोमेश्वर मंदिर में पूजा के दौरान बजने वाली घंटी तबाही के बाद सुनाई नहीं दे रही है. श्रीकंठ पर्वत के ग्लेशियर के टूटने से धराली में अचानक भारी जलप्रवाह और विनाश हुआ था.