मध्यप्रदेश के 85 सरकारी अस्पतालों में खून और जांचों का जिम्मा निजी लैबों को दिया गया है. टेंडर में NABL प्रमाणन की शर्त थी, लेकिन उस समय प्रदेश में कोई भी NABL प्रमाणित लैब मौजूद नहीं थी. स्वास्थ्य मंत्री राजेन्द्र शुक्ल ने कहा कि टेंडर की शर्तों के पालन और जांच के बाद ही कार्रवाई संभव है.