गृह मंत्रालय ने जेलों में कट्टरपंथ के बढ़ते खतरे को गंभीर बताया है और इसे राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए चुनौती माना है. मंत्रालय ने जेलों में आतंकवादी गतिविधियों और चरमपंथी विचारधाराओं के प्रसार को रोकने के लिए कड़े कदम उठाने की आवश्यकता जताई है. जेलों में बंद कैदियों के बीच कट्टरपंथी विचारधारा फैलने से सामाजिक व्यवस्था और कानून व्यवस्था पर नकारात्मक प्रभाव पड़ रहा है.