हिंदी की विविधता उसकी बहुभाषिकता में निहित है जो अलग-अलग बोलियों और भाषाओं के रंगों से समृद्ध है महात्मा गांधी की हिंदुस्तानी भाषा मिली-जुली हिंदी है जो आम लोगों की ज़ुबान बनकर लोकप्रिय हुई है हिंदी के विभिन्न रूपों में संस्कृतनिष्ठ, उर्दू मिश्रित, दक्कनी, मुंबइया और सरकारी हिंदी प्रमुख हैं