हिमाचल प्रदेश के मंडी जिले के थुनांग इलाके में दो वर्षों में बादल फटने से भारी तबाही हुई, जिससे सेब और टमाटर की खेती प्रभावित हुई। प्रशासनिक अधिकारियों ने बताया कि बार-बार आपदा के पीछे ग्लोबल वार्मिंग और पहाड़ों की घास के खत्म होने जैसी दो बड़ी वजहें हैं। किसान खरपतवारनाशक दवाओं का उपयोग करते हैं, जो घास तो खत्म करती हैं लेकिन मिट्टी कमजोर होने से खेतों को नुकसान पहुंचाती हैं।