एआई ने नौकरियों को प्रभावित करना शुरू कर दिया है, जिसके चलते भविष्य में कई लोग बेरोजगार हो सकते हैं. भारत में 7 करोड़ से अधिक लोग 62 रुपये प्रतिदिन से कम कमा रहे हैं, जो गरीबी की गंभीर समस्या को दर्शाता है. भारत की जीडीपी वृद्धि के बावजूद गरीबों की स्थिति में सुधार नहीं हो रहा है, जिससे असमानता बढ़ रही है. एआई बहुत से लोगों के लिए चुनौती है. हालांकि यह पुरुषों से ज्यादा महिलाओं को ज्यादा परेशान करने जा रहा है.