छांगुर बाबा उर्फ जलालुद्दीन ने ताबीज बांटकर, लोगों का विश्वास जीतकर धर्मांतरण रैकेट चलाया. पूरे खेल में उसे 100 करोड़ से ज्यादा मिले. जांच में खुलासा हुआ कि बाबा ने अलग-अलग जातियों के धर्मांतरण के लिए रेट तय किए और मध्य पूर्व से भारी फंडिंग प्राप्त की थी. मुंबई के एक परिवार की पहचान बदलकर धर्मांतरण कराया, जिसमें उनकी पूरी सांस्कृतिक पहचान मिटाने का प्रयास किया गया.