कर्नाटक के मैसूर में पकड़ी गई एमडी ड्रग्स फैक्ट्री में शर्ट की फोटो कोडवर्ड के रूप में इस्तेमाल होती थी ड्रग्स की खेप मैसूर से बेंगलुरु पहुंचाई जाती थी और फिर मुंबई में सप्लायर्स के जरिए बांटी जाती थी इस नेटवर्क में दो गैंग थे जो एक-दूसरे को पहचानते नहीं थे, जिससे जांच एजेंसियों को धोखा दिया जाता था