चैतन्यानंद फरारी के दौरान लगभग पंद्रह सस्ते होटलों में रहा, जो बिना सीसीटीवी कैमरों के थे होटल बुकिंग उसके सहयोगी और चेले करते थे ताकि चैतन्यानंद का नाम सामने न आए फरारी के दौरान चैतन्यानंद साधुओं के बीच छिपकर आम भीड़ में घुलने-मिलने की कोशिश करता रहा