पंडित छन्नू लाल मिश्र का असली नाम मोहन लाल मिश्र था और उनका जन्म 1936 में आज़मगढ़ के हरिहरपुर गांव में हुआ था बचपन में उन्हें 'छन्नू' नाम दिया गया था जो बच्चों को बुरी नजर से बचाने के लिए पारंपरिक नाम था बनारस की गंगा-जमुनी संस्कृति ने उनकी गायकी को विशेष मुकाम दिया और वे ठेठ बनारसी अंदाज के प्रमुख गायक थे