जनरल अनिल चौहान ने कहा कि 1962 के भारत-चीन युद्ध में वायुसेना के इस्तेमाल से चीनी आक्रमण धीमा पड़ता. उन्होंने बताया कि युद्ध के दौरान लद्दाख और नेफा क्षेत्रों पर समान नीति लागू करना त्रुटिपूर्ण था. सीडीएस ने कहा कि पिछले कुछ वर्षों में सुरक्षा स्थिति और युद्ध का स्वरूप दोनों में महत्वपूर्ण बदलाव आया है.