छोटे बेटे ललित के अंदर उसके पिता भोपाल सिंह की 'आत्मा' आती थी पिता की आवाज में परिवार से बात करता था और फैसले लेता था 'आत्मा' के फैसलों की वजह से परिवार की काफी तरक्की हुई