कहा- भारतीय परंपरा में मानवाधिकार पर नहीं, संस्कार पर जोर डार्विन के उत्पत्ति के सिद्धांत पर सवाल खड़ा किया कहा इंसानों की विकास यात्रा बंदरों से शुरू नहीं हुई