बिहार में चुनाव से पहले वोटर लिस्ट के रिवीजन पर विपक्षी दलों ने आपत्ति जताई. 11 दलों के नेताओं ने चुनाव आयोग से मुलाकात कर अपनी चिंताएं जाहिर कीं. कांग्रेस ने कहा, सत्यापन के लिए मांगे गए दस्तावेज अधिकांश लोगों के पास नहीं हैं. सीपीआई (एमएल) लिबरेशन के नेता दीपांकर भट्टाचार्य ने इसे वोटबंदी करार दिया.