बिहार चुनाव से पहले चिराग पासवान ने भाजपा से रिश्तों में दबाव की राजनीति शुरू कर दी है. वह NDA का हिस्सा भी हैं और नीतीश सरकार की आलोचना करके विपक्ष जैसा रोल भी निभा रहे हैं. चिराग सिर्फ प्रतीकात्मक हिस्सेदारी नहीं, निर्णायक उपस्थिति चाहते हैं. उनकी उम्मीदें और भी हैं.