बिहार चुनाव में RSS ने सीधे प्रचार या पार्टी के लिए वोट मांगने के बजाय बैकग्राउंड में जमीनी काम किया संघ ने मिशन त्रिशूल के तहत 16 से 20 हजार स्वयंसेवकों के साथ बूथ स्तर पर व्यापक काम किया. RSS ने सीमांचल, मगध, भोजपुर और कोसी मिथिलांचल क्षेत्रों में वोटरों को संगठित कर जीत में योगदान दिया