पंजाब सरकार ने भीख मांगने वाले बच्चों के शोषण और तस्करी को रोकने के लिए सभी उपायुक्तों को डीएनए जांच करवाने के निर्देश दिए हैं. यदि कोई बच्चा वयस्क के साथ भीख मांगते पाया जाता है तो उसके पारिवारिक संबंधों की पुष्टि के लिए डीएनए जांच कराई जाएगी. डीएनए जांच के परिणाम आने तक बच्चे को बाल कल्याण समिति की देखरेख में बाल देखभाल संस्थान में रखा जाएगा.