अर्चना तिवारी ने अपनी शादी से बचने के लिए 12 दिनों तक पुलिस को गुमराह करते हुए गुमशुदगी की साजिश रची थी अर्चना ने ट्रेन में कपड़े बदले, मोबाइल फोन जंगल में फेंका और ट्रेन से बाहर निकलकर पुलिस को धोखा दिया था मोबाइल फोन के कॉल रिकॉर्ड्स से पुलिस को सारांश नामक दोस्त का पता चला जिसने अर्चना को गुमशुदगी के दौरान मदद की