एम्स के सर्वे में स्कूली बच्चों में मादक पदार्थों के सेवन की औसत आयु लगभग तेरह वर्ष पाई गई है कक्षा ग्यारहवीं और बारहवीं के छात्रों में नशीले पदार्थों के उपयोग की संभावना आठवीं कक्षा के मुकाबले दोगुनी है सर्वे में दस शहरों के लगभग छह हजार छात्रों का डेटा मई 2018 से जून 2019 के बीच एकत्रित किया गया था