गौतम अदाणी ने कहा कि वर्तमान आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस भारत की सभ्यता और संस्कृति के लिए खतरनाक साबित हो सकता है उन्होंने बताया कि पश्चिमी सभ्यता पर आधारित AI मॉडल भारतीय सांस्कृतिक संदर्भ को समझने में असमर्थ हैं अदाणी ने उदाहरण देते हुए कहा कि युवा पीढ़ी धार्मिक प्रश्नों के लिए मशीन से जवाब लेना पसंद करती है, जो खतरा है