शिवसेना के मुखपत्र ‘सामना’ में इस बारे में की टिप्पणी कहा, फोकस भाषण के बजाय कदम उठाने पर होना चाहिए गुजरात, दिल्ली, यूपी और कर्नाटक में हालात नियंत्रण के बाहर