वेट लॉस की चाह वाले लोगों में इंटरमिटेंट फास्टिंग काफी पॉपुलर है. उपवास के दौरान शरीर में टॉक्सिक लेवल कम हो जाता है. कोशिका कार्य में वृद्धि होती है और रिकवरी रेट तेज हो जाता है.