अष्टमी और नवमी तिथि को कन्या पूजन किया जाता है. अष्टमी और नवमी में कन्या पूजन का विशेष महत्व बताया गया है. घर में 2 से 10 साल तक की कन्याओं को भोजन करने के लिए बुलाएं.