इस दिन गुरुद्वारों में सभी मिलकर गुरु देव की प्रार्थना करते हैं. इस दिन गुरुद्वारों में गुरु ग्रंथ साहिब का 48 घंटे का लंबा पाठ होता है. गुरु नानक सिख धर्म के संस्थापक थे.