लाखों भक्त सावन में पैदल कांवर यात्रा पर भी जाते हैं. कुआंरी कन्याओं को मनचाहा जीवन साथी मिलता है. ऐसी मान्यता है कि बेलपत्र और जल चढ़ाने से शिव जी प्रसन्न होते है.