दक्षिण भारत में इसको अबित्तम के नाम से जाना जाता है. उत्तर भारत में इसे कजरी पूर्णिमा के नाम से जाना जाता है. देश के पश्चिमी भाग में नारियल पूर्णिमा के नाम से जाना जाता है.