भाद्रपद अमावस्या को पिठोरी अमावस्या कहा जाता है इस दिन धार्मिक कार्यों के लिए कुशा एकत्रित की जाती है महिलाएं बच्चों की मंगल कामना के लिए व्रत रखती हैं