इस व्रत में नारियल को प्रतीक मानकर महालक्ष्मी जी की प्रतिमा बनाई जाती है. इसके साथ ही इस दिन श्रीयंत्र की पूजा करना भी शुभ माना गया है. इस दिन कमलगट्टे की माला का जाप करना भी अच्छा होता है.