कलश स्थापना प्रात: का शुभ मुहूर्त प्रातः 5 बजे का है. व्रत समापन के बाद कलश को किसी पवित्र जगह पर ही विसर्जित करें. 'ॐ दुं दुर्गायै नमः' मंत्र का जाप करने से मन को शांति मिलती है.