आमलकी एकादशी की तिथि भगवान विष्णु जी को समर्पित है. एकादशी को 'हरी दिन' और 'हरी वासर' के नाम से भी जाना जाता है. आमलकी एकादशी व्रत फाल्गुन शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि के दिन रखा जाता है.