संतान की कुशलता के लिए रखा जाता है अहोई अष्टमी का व्रत. इस साल 17 अक्टूबर को रखा जाएगी अहोई अष्टमी का व्रत. निर्जला रखा जाता है अहोई अष्टमी का व्रत.