मंदिर में कभी भी विषम संख्या में गणेश जी की मूर्ती न रखें. अंगूठे से बड़े आकार का शिवलिंग न रखें. अपने मृत परिजनों या पूर्वजों को मंदिर में स्थापित ना करें.