बिहार में चुनाव आयोग की विशेष प्रक्रिया SIR का ज़िक्र बढ़ा है, जिससे मतदाता और नेता दुविधा में हैं. SIR का उद्देश्य 2003 के बाद मतदाता सूची का अपडेट करना है, जो स्वतंत्र चुनाव के लिए आवश्यक माना गया. चुनाव आयोग ने 1 जुलाई से विशेष गहन समीक्षा शुरू की, अंतिम प्रक्रिया 2003 में हुई थी. मतदाताओं को जन्मतिथि और जन्मस्थान के सबूत देने की आवश्यकता है, जिससे विवाद पैदा हुआ है.