गरीबों को अपने इलाके में सालों साल लौटने का मौका ही नहीं मिलता अस्पताल के आसपास ही इलाज के साथ-साथ ये दिहाड़ी मज़दूरी में जुट जाते हैं दिल्ली के सरकारी अस्पताल में करीब 45% मरीज़ बाहर के आते हैं