दिल्ली में सर्दियों के दौरान हवा धीमी होने से प्रदूषण स्तर तेजी से बढ़ जाता है और बाहर नहीं निकल पाता. पराली जलाने का दिल्ली के कुल प्रदूषण में योगदान केवल एक से दो प्रतिशत के बीच है. दिल्ली में प्रदूषण के स्थानीय स्रोतों में वाहनों का योगदान चालीस से पचास प्रतिशत तक सबसे अधिक है.