एनसीपीसीआर की अध्यक्ष स्तुति कक्कड़ ने दी जानकारी. वर्ष 2009 में बाल बपराध के 24,203 मामले सामने आए थे. छह वर्षों के दौरान बाल अपराधों में लगभग 300 प्रतिशत की वृद्धि हुई.