वर्ष 2022 में भारत में दहेज हत्या के कुल 6,450 मामले दर्ज हुए जिनमें सात प्रमुख राज्यों से 80 प्रतिशत मामले थे दहेज प्रताड़ना और हत्या के कारण लगभग हर तीन दिन में 54 महिलाएं अपनी जान गंवा रही हैं यह गंभीर समस्या है दहेज निषेध अधिनियम और अन्य संबंधित कानून मौजूद होने के बावजूद जांच और न्याय प्रक्रिया में भारी देरी बनी हुई है