तिलक वर्मा ने एशिया कप फाइनल में पाकिस्तान के दबाव और जुबानी हमलों का डटकर सामना करते हुए मैच जिताया. उन्होंने मैच के दौरान संयम बनाए रखा और केवल मैच के बाद ही विरोधियों को जवाब दिया, जिससे टीम को फायदा हुआ. तिलक ने अपनी नाबाद 69 रनों की पारी को अपने करियर की सर्वश्रेष्ठ पारियों में से एक बताया और गर्व जताया.