दो छात्राएं के दाखिले निरस्त कर दिए गए थे. दो माह तक दोनों छात्राओं ने कक्षाएं भी की थी. राज्यपाल के हस्ताक्षेप पर उन्हें पुन: दाखिला मिल सका.