पृथ्वीराज चौहान ने आंखें न होने के बावजूद गौरी को मार गिराया यह घटना बसंत पंचमी वाले दिन हुई थी और फिर इतिहास में दर्ज हो गई पृथ्वीराज चौहान ने जिस तरह गौरी का वध किया वो काफी दिलचस्प है