अपने भाषण में नीतीश कुमार ने तेजस्वी यादव पर कई बार व्यंग्य कसा. कहा, उन्हें जनादेश बयानबाज़ी के लिए नहीं मिला है. अपने भाषण में नीतीश कुमार ने ज़मीन घोटाले का ज़िक्र भी किया.